कनाडा में खालिस्तानियों का आतंक हिंदू मंदिर में श्रद्धालुओं पर किया हमला…।
भारत और कनाडा मध्य बढ़ते राजनयिक विवाद के बीच में खालिस्तानियों ने एक हिंदू मंदिर पर हमला किया है जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने सख्त टिप्पणी की है।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे। हम कनाडा सरकार से न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।’
हिंदू मंदिर को बनाया गया निशाना
इससे पहले कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू महासभा मंदिर को खालिस्तान समर्थकों ने निशाना बनाया था। चरमपंथियों ने हिंदू भक्तों पर भी हमला किया। हमलों के बाद, कनाडा में हिंदू समुदाय के लिए काम करने वाले एक गैर-लाभकारी संगठन हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन ने मंदिर पर हमले का एक वीडियो साझा किया और कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने बच्चों और महिलाओं पर हमला किया।
कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने भी ब्रैम्पटन में हिन्दू मंदिर पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया दी है.
भारतीय उच्चायोग ने कहा है, “हमने तीन नवंबर को टोरंटो के पास ब्रैम्पटन में हिन्दू सभा मंदिर के साथ मिलकर कैंप का आयोजन किया था. इसमें भारत विरोधी लोगों ने हिंसा की. स्थानीय आयोजकों के पूर्ण सहयोग के साथ चल रहे हमारे उच्चायोग के रूटीन काम में इस तरह के हंगामे को अनुमति देना गहरी निराशा से भरा है.”
कनाडा के हिन्दू सांसद चंद्रा आर्या ने मंदिर पर हुए इस हमले का आरोप खालिस्तान समर्थकों पर लगाया है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस हमले से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया है.
उन्होंने लिखा है, “कनाडा के खालिस्तानी चरमपंथियों ने आज एक हद पार कर ली है. हिंदू-कनाडाई श्रद्धालुओं पर खालिस्तानियों का हमला दिखाता है कि कनाडा में खालिस्तानी हिंसक चरमपंथ कितना गहरा और बेशर्म हो चुका है.”
उनका कहना है, “कोई आश्चर्य नहीं कि ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ के तहत खालिस्तानी चरमपंथियों को कनाडा में खुली छूट मिल रही है… हिंदू-कनाडाई लोगों को अपने समुदाय की सुरक्षा के लिए आगे आना चाहिए और अपने अधिकारों का दावा करना चाहिए और नेताओं को जवाबदेह बनाना चाहिए.”
ध्यातव्य है कि यह मंदिर टोरंटो से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर है। कनाडा बहुतायत संख्या में हिन्दू आबादी रहती है और कनाडा में हिन्दू मंदिर भी कई हैं जिनमें प्रमुख मंदिर ,स्वामी नारायण मंदिर, सिद्धि विनायक मंदिर बैंकोवर में हनुमान मंदिर प्रसिद्ध है।
कनाडा में हिंदू मंदिरों का निर्माण और विकास पिछले कुछ दशकों में तेजी से हुआ है, जो यहाँ के भारतीय समुदाय के धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
कनाडा में हिंदू धर्म का आगमन 19वीं शताब्दी के अंत में हुआ, जब भारतीय प्रवासी यहाँ आने लगे। शुरुआती वर्षों में, धार्मिक गतिविधियाँ घरों में ही होती थीं। 1960 और 1970 के दशक में जब भारतीय प्रवासियों की संख्या बढ़ी, तब पहले संगठित मंदिरों की स्थापना हुई।
प्रमुख मंदिर
कनाडा में कई प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैं-
1.श्री स्वामीनारायण मंदिर, टोरोन्टो: यह मंदिर एक अद्भुत वास्तुकला का उदाहरण है और यह धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करता है।
2. ब्रैम्टन का सिद्धिविनायक मंदिर: यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और यहाँ कई भक्त आस्था के साथ आते हैं।
3. वैंकूवर का हनुमान मंदिर: यह मंदिर स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहाँ नियमित पूजा-अर्चना होती है।
सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान
हिन्दू मंदिर केवल धार्मिक स्थलों तक सीमित नहीं हैं। ये समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का काम करते हैं, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम, शिक्षा, और सेवा कार्य होते हैं। यहाँ वर्कशॉप, त्योहारों का आयोजन, और विभिन्न धार्मिक समारोह भी होते हैं, जो भारतीय संस्कृति को बनाए रखने में मदद करते हैं।कनाडा में हिंदू मंदिरों का विकास और उनके द्वारा समाज में योगदान इस बात का प्रमाण है कि धार्मिक स्थलों का महत्व केवल पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सांस्कृतिक पहचान और सामुदायिक एकता के भी प्रतीक हैं।