राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक का हुआ शुभारंभ
मथुरा।शुक्रवार (25 अक्टूबर) को दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, गऊ ग्राम, परखम, फरह के नवधा सभागार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत एवं माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी के द्वारा भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन अर्पित कर किया गया। बैठक के प्रारम्भ में हाल ही में दिवंगत हुए पूज्य राघवाचार्य महाराज (जयपुर), प्रसिद्ध उद्योगपति पद्मविभूषण रतन टाटा, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, ईनाडु और रामोजी फ़िल्म सिटी के संस्थापक श्री रामोज़ी राव, कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी, पूर्व विदेश मन्त्री के. नटवर सिंह, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी, एडमिरल (सेनि) रामदास तथा दिवंगत अन्य प्रमुख लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बैठक के प्रारंभ में मार्च 2024 की अ. भा. प्रतिनिधि सभा की बैठक की कार्यवाही का अनुमोदन किया गया।
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र कुमार ने बताया कि बैठक का समापन 26 अक्टूबर सायं 6:15 बजे होगा। बैठक में विजयादशमी के पावन पर्व पर पूजनीय सरसंघचालक जी द्वारा प्रस्तुत विचारों तथा उनके उद्बोधन में उल्लेखित महत्वपूर्ण विषयों के अनुवर्तन हेतु योजनाओं तथा देश में वर्तमान समय चल रहे समसामयिक विषयों पर व्यापक चर्चा होगी। साथ ही प्रतिनिधि सभा में निर्धारित वार्षिक योजना की समीक्षा तथा संघ कार्य के विस्तार का वृत्तांत भी लिया जाएगा।
बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष में कार्य विस्तार की योजना सहित अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा और पंच परिवर्तन (सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण, ‘स्व’ आधारित जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य) को समाज में लेकर जाने पर चर्चा होगी। सभी कार्यकर्ता इसी गऊग्राम परिसर में निवास कर रहे हैं।
बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रचना के सभी 11 क्षेत्रों तथा 46 प्रांतों के माननीय संघचालक, सह संघचालक, कार्यवाह तथा प्रचारक सहित कुल 393 कार्यकर्ता प्रतिभाग कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर से केरल तथा पूर्वोत्तर के अरूणाचल, मणिपुर, त्रिपुरा आदि प्रांतो से भी कार्यकर्ता उपस्थित हैं। बैठक में प्रांतो के विशेष कार्यों का तथा परिस्थितियों का निवेदन होगा। आगामी मार्च 2025 तक की विस्तृत योजना पर भी विचार विमर्श होगा।
बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी तथा सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल जी, श्री मुकुन्दा जी, अरूण कुमार जी, रामदत्त चक्रधर जी, आलोक कुमार जी, अतुल लिमये जी सहित अन्य अखिल भारतीय कार्य विभाग प्रमुख एवं कार्यकारिणी के सदस्य भाग ले रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
ध्यातव्य है की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रत्येक वर्ष कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित करता है देश विभिन्न स्थानों पर इसमें वह देश से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करता है और नीचे से आए हुए सभी विषयों पर विचार विमर्श किया जाता है। विचार विमर्श के उपरांत जो निर्णय कार्यकारी मंडल में लिए जाते हैं उसे नीचे तक प्रेषित किया जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकारी मंडल बैठक 2023
पिछले वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक गुजरात के कच्छ क्षेत्र भुज में हुई थी। उस बैठक का आयोजन 5, 6 एवं 7 नवंबर 2023 को हुआ था। उस बैठक में संघ की रचना के अनुसार गठित कुल 45 प्रांतों से प्रांत संघचालक, कार्यवाह एवं प्रांत प्रचारक तथा उनके सह संघचालक, सह कार्यवाह तथा सह प्रांत प्रचारक सहभागी होंगे। बैठक में विशेष रूप से पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, माननीय सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले एवं सह सरकार्यवाह श्री डॉ. कृष्णगोपाल, श्री डॉ. मनमोहन वैद्य, श्री मुकुंदा, श्री अरुण कुमार, श्री रामदत्त चक्रधर एवं सभी अखिल भारतीय पदाधिकारियों सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। साथ ही विश्व हिन्दू परिषद्, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ सहित विविध समवैचारिक संगठनों के चयनित संगठन मंत्री भी बैठक में सहभागी हुए।
उस बैठक में 2025 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य को प्रारम्भ हुए 100 वर्ष हो रहे हैं, 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य का प्रारम्भ हुआ था, और संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलीराम हेडगेवार ने इस कार्य का प्रारम्भ किया था, लगातार कार्य ९८ वर्षों से बढ़ता ही गया। 2025 में 100 वर्ष हो रहे हैं तो कार्य विस्तार योजना पर लगातार काम चल रहा है, बहुत सारे लोगों ने अपना समय दिया, शताब्दी विस्तारक भी निकले। इस दृष्टि से इस संदर्भ में जो लक्ष्य रखे गए थे, अपने शाखा कार्य के विस्तार के विषय पर लगातार हर छह महीने में इसकी समीक्षा कर रहे हैं, इस बैठक में उस लक्ष्य पूर्ती के विषय पर समीक्षा हुई। शताब्दी पूर्ती वर्ष के संदर्भ में आगामी समय में कैसे समाज के सामने लाया जाए? उस विषय पर चर्चा हुई थी।
विजयादशमी उद्बोधन में पूजनीय सरसंघचालक जी ने आह्वान किया था कि शाखा के आसपास के क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन के लिए लगातार प्रयास हों। विशिष्ट आह्वान जैसे कि समरसता के प्रयास, पर्यावरण के संदर्भ में अपनी जीवनशैली कैसी हो, पानी बचाना, प्लास्टिक का उपयोग कम से कम हो और सुखी परिवार के साथ समाज की दृष्टी से अच्छा कार्य करने वाला परिवार कैसे बनायें, स्वदेशी और नागरिक कर्तव्य समेत पांच आह्वान किये थे, जिसको लेकर समाज को साथ लेकर स्वयंसेवकों को आगे जाना है। इन सभी कार्यों को गति देने का विचार विमर्श होगा।
देशभर से 381 कार्यकर्ता आये थे, कार्यकारी मंडल बैठक में पूरे देश का प्रतिनिधित्व होता है। देश में जैसे संघ कार्य के बारे में चर्चा होती है, जमीनी अनुभवों के बारे में करणीय बातों पर भी चर्चा होगी। 5 नवंबर सुबह 9 बजे बैठक प्रारंभ हुई एवं 7 नवंबर को सायं 6 बजे समाप्त हुई थी।