बेसिक शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा के एक आदेश के बाद असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जिसमें 27000 विद्यालयों को जिसमें संख्या 50 से कम हो उसको बंद करने के लिए प्रदेश के सभी बीएसए को आदेशित किया गया था।
लेकिन आज X पर बेसिक शिक्षा डिपार्मेंट में स्पष्ट किया कि अभी ऐसी कोई प्रक्रिया गतिमान नहीं है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने कहा कि-
“कतिपय समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर जिसमे २७००० प्राथमिक विद्यालयों को निकटवर्ती विद्यालयों में विलय करते हुए बंद करने की बात की गई है बिल्कुल भ्रामक एवं निराधार है.
किसी भी विद्यालय को बंद किए जाने की कोई प्रक्रिया गतिमान नहीं है ।”
“प्रदेश का प्राथमिक शिक्षा विभाग विद्यालयों में मानव संसाधन और आधारभूत सुविधाओं के विकास, शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने तथा छात्रों, विशेषकर बालिकाओ के, ड्राप आउट दर को कम करने के लिए सतत प्रयत्नशील है. इस दृष्टि से समय-समय पर विभिन्न अध्ययन किए जाते हैं.”