अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम धीरे-धीरे आना शुरू हो गए हैं, जिसमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। प्रारंभिक अनुमानों में, अमेरिकी मीडिया ने रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप को अलबामा, फ्लोरिडा, इंडियाना, केंटकी, मिसौरी, ओक्लाहोमा, साउथ कैरोलिना, टेनेसी और वेस्ट वर्जीनिया में बढ़त देते हुए देखा है। वहीं, हैरिस ने मैरीलैंड, मैसाचुसेट्स, वर्मोंट और वाशिंगटन, डीसी में बढ़त हासिल की है।
शुरुआती आंकड़ों में कमला हैरिस को 91 चुनावी वोट मिले थे, जबकि ट्रंप 207 चुनावी वोटों के साथ आगे थे। राष्ट्रपति पद पर कब्जा जमाने के लिए कुल 270 इलेक्टोरल वोटों की आवश्यकता होती है।लेकिन बाद में आकड़े तेजी से बदले।
अगर कमला हैरिस इस बार चुनाव जीतती हैं, तो यह ऐतिहासिक घटना होगी क्योंकि वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। हालांकि, शुरुआती रुझान उनके पक्ष में दिखाई नहीं दे रहे हैं, लेकिन पिछले अनुभवों के आधार पर रुझानों के बदलने की संभावना बनी हुई है। उदाहरण के लिए, 2020 में भी शुरुआती रुझानों में ट्रंप को बढ़त मिली थी, लेकिन अंततः जो बाइडेन ने जीत दर्ज की थी।
रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने फिलहाल राज्यों में जीत हासिल की है, जिसमें फ्लोरिडा, इंडियाना और केंटकी शामिल हैं। दूसरी ओर, हैरिस ने डेलावेयर और इलिनोइस जैसे राज्यों में बढ़त हासिल की है। डेलावेयर एक ठोस ब्लू स्टेट है, जहां पिछले कई दशकों से डेमोक्रेट्स का वर्चस्व रहा है, और हैरिस की जीत वहां लगभग तय मानी जा रही थी। इसी प्रकार, इलिनोइस, जो 1992 से डेमोक्रेट्स का समर्थन करता आ रहा है, वहां भी हैरिस ने अपना दबदबा बनाए रखा है।
ख़बर लिखे जाने(11:44) तक ट्रम्प जी 247 और कमला हैरिस 210 सीट पर बढ़त बनाये हुए हैं.।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 का महत्व न केवल अमेरिका बल्कि विश्व राजनीति में भी गहरा असर डालेगा। यह चुनाव ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिका आंतरिक और बाहरी दोनों स्तरों पर अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है, जैसे कि राजनीतिक विभाजन, आर्थिक असमानता, और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बदलाव। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में मुख्य मुकाबला दो प्रमुख राजनीतिक दलों – डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी के बीच है।
डेमोक्रेटिक पार्टी से वर्तमान राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस हैं, जबकि रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रम्प सबसे प्रमुख उम्मीदवार हैं। इन दोनों नेताओं के राजनीतिक दृष्टिकोण और प्राथमिकताएं काफी अलग हैं, जो मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण विकल्प प्रस्तुत करती हैं। बाइडेन का मुख्य फोकस जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सेवा, और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर है। वहीं, ट्रम्प अपने “अमेरिका फर्स्ट” नीति पर जोर देते हैं, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, सीमाएं, और व्यापार प्राथमिक मुद्दे हैं।
इस चुनाव में प्रमुख मुद्दों में आर्थिक स्थिरता, मुद्रास्फीति, जलवायु परिवर्तन, और सामाजिक असमानता शामिल हैं। अमेरिकी मतदाताओं के बीच इन मुद्दों पर गहरी चिंताएं हैं। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय मुद्दे, जैसे कि चीन के साथ संबंध, यूक्रेन संकट, और आप्रवासन नीति भी चुनाव अभियान का हिस्सा हैं।
चुनाव की प्रक्रिया में सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों का बड़ा प्रभाव है, जो मतदाताओं की राय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। युवा मतदाता, जो जलवायु परिवर्तन और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से जागरूक हैं, चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
संक्षेप में, 2024 का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अमेरिकी राजनीति और समाज के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
भारत के परिपेक्ष में डोनाल्ड ट्रंप केवल व्यापारिक मुद्दों को छोड़कर उनका पक्ष भारतीय समर्थन वाला रहता है। जबकि कमला हैरिस भारतीय मूल की रहने वाली हैं इसलिए कौन उम्मीदवार चुनाव में जीतता है उस पर भारतीयों की गहरी नजर है।